
शाहजहांपुर।भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ा गाँव का विकास कार्य।सरकार करोड़ों रुपया गांव के विकास कार्यों के लिए ग्राम प्रधान के निधि में देती है ताकी ग्रामीण क्षेत्रों के गांव का चौमुखी विकास कार्य हो सके लेकिन ग्राम पंचायत के मुखिया व ब्लॉक के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की उदासीनता के कारण ग्राम पंचायतों के विकास कार्य असफल होते हुए नजर आते हैं ।विकासखंड बंडा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पट्टी छज्जूपुर में कुछ समय पूर्व ही इंटरलाकिंग सड़क बनाई गई थी। ठेकेदारी प्रथा से मानक विहीन व नियमो को दरकिनार कर बनवाये जाने से जगह-जगह इंटरलाकिंग कई जगह बैठ गयी है तथा दो तीन जगह यह सड़क धस कर लगभग आधा फिट तक गड्डा हो गया है। यदि अनजान व्यकि इस रास्ते से गुजरने की सोचे तो उसका दुर्घटनाग्रस्त होना निश्चित है। बताते चलें कि इस इंटरलाकिंग मार्ग लगवाए जाने के पहले खड़ंजा पड़ा हुआ था। जिसकी ईंटें ग्राम प्रधान ने अपने काम में लेकर इंटरलाकिंग सड़क का चौड़ीकरण करके बालू डालकर निर्माण करा दिया गया। ठेकेदार द्वारा मनमाने तरीके से बालू बिछाकर मानक विहीन इंटरलॉकिंग का निर्माण कर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया है। इतना ही नही सड़क के दोनों तरफ नाली न बनवाकर पैसे का बंदरबाट कर लिया गया । ग्राम निवासी विनोद कुमार ने बताया की ग्राम प्रधान द्वारा जमकर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई । कुछ ही नाली बनवाई गई जिसमें 17-1 का मसाला लगाकर लीपापोती कर दी गई जो ध्वस्त हो गई है व इंटरलॉक सड़क के नीचे बगैर गिट्टी (रोड़ी) डाले सिर्फ रेत डालकर सड़क का निर्माण कर दिया गया । ठेकेदारी करने वाले लोग पंचायत सचिवों एवं मनरेगा सेल में बैठे जिम्मेदार लोगों की परिक्रमा कर सेटिंग करते हुए ग्राम प्रधान को साधने में लगे रहते है और जिम्मेदार अधिकारी इन ठेकेदारों को मुंह लगाकर नियमों की अनदेखी करते हैं।
जांच के बाद ही कुछ बता सकते है।
सर्वेश कुमार
खंड विकास अधिकारी
बंडा